होम
Farmers Protest LIVE: किसान आंदोलन के मद्देनजर बंद दिल्ली-नोएडा बॉर्डर को फिर से खोला गया

दिल्ली टीचर्स एसोसिएशन ने आंदोलनरत किसानों का किया समर्थन
दिल्ली विश्वविद्यालय के शिक्षक संगठन, 'दिल्ली टीचर्स एसोसिएशन' (डीटीए) ने किसान आंदोलन को अपना समर्थन दिया है। डीटीए में शामिल टीचर्स और प्रोफेसर्स ने आंदोलनरत किसानों की मांगों को जायज ठहराया है। डीटीए का मानना है कि किसानों की समस्या के समाधान के लिए केंद्र सरकार को बिना शर्त बात करनी चाहिए। डीटीए का कहना है कि हम आंदोलनकारी किसानों की मांग के समर्थन में उनके साथ खड़े हैं। संगठन के पदाधिकारियों ने इस विषय पर अपनी एक अहम बैठक बुलाई। इस बैठक में यह निर्णय लिया है।
एसोसिएशन के प्रोफेसर हंसराज सुमन, डॉ. नरेंद्र कुमार पांडेय, डॉ. आशा रानी ,डॉ. मनोज कुमार सिंह व डॉ. राजेश राव आदि ने बैठक में किसानों की मांगों का समर्थन करते हुए, हर संभव सहयोग देने को कहा है।
दिल्ली टीचर्स एसोसिएशन के प्रभारी प्रोफेसर हंसराज सुमन ने कहा, "पिछले छह दिन से चल रहा किसानों का आंदोलन पूरी तरह से शांतिपूर्ण है, लेकिन उनके साथ सरकार कठोर बर्ताव कर रही है। सरकार उनके आंदोलन को कुचलने ,दबाने, उन्हें खदेड़ने के लिए उन पर आंसू गैस के गोले और वाटर केनन की बौछार कर उन्हें आंदोलन से हटा रही है।"
किसानों का 'अस्थाई घर', ट्रैक्टरों में पराली बिछा सो रहे किसान
तीन कृषि कानूनों को लेकर दिल्ली के विभिन्न बॉर्डरों पर किसानों का आंदोलन जारी है। इस आंदोलन में किसान केंद्र सरकार के खिलाफ अपना विरोध प्रदर्शन दर्ज करा रहे हैं। पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से आए किसान अपने साथ भारी संख्या में ट्रैक्टर ट्रॉली और अन्य गाड़ियां लेकर आए हैं। इन गाड़ियों को किसानों ने अपना अस्थाई घर भी बना लिया है। दरअसल किसानों ने ट्रैक्टर में लगने वाली ट्रॉली में पराली रख रखी है, जिसके ऊपर चादर बिछा रखी है। वहीं कुछ ट्रॉली में गद्दे भी बिछाए हुए हैं।
फौगाट खाप किसानों का समर्थन करती है: फौगाट खाप के प्रधान बलवंत फौगाट
फौगाट खाप के प्रधान बलवंत फौगाट ने कहा कि फौगाट खाप किसानों का समर्थन करती है। आज हम टिकरी बॉर्डर पर जा रहे हैं। हम तीनों नए कृषि क़ानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन का समर्थन करते हैं। हम चाहते हैं कि जल्द से जल्द किसानों की मांग मानी जाए।
फौगाट खाप किसानों का समर्थन करती है। आज हम टिकरी बॉर्डर पर जा रहे हैं। हम तीनों नए कृषि क़ानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन का समर्थन करते हैं। हम चाहते हैं कि जल्द से जल्द किसानों की मांग मानी जाए : फौगाट खाप के प्रधान, बलवंत फौगाट #हरियाणा pic.twitter.com/OlpM67ESZn
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 2, 2020
किसानों का विरोध, नोएडा-दिल्ली सीमाओं पर यातायात प्रभावित
किसानों ने बुधवार को भी अपना धरना-प्रदर्शन जारी रखा, जिसके कारण नोएडा और दिल्ली के बीच के रास्तों पर खासा ट्रैफिक रहा। उत्तर प्रदेश को राष्ट्रीय राजधानी से जोड़ने वाले एक प्रमुख मार्ग नोएडा-दिल्ली सीमा पर विरोध प्रदर्शन के चलते दूसरे दिन बंद करना पड़ा। नोएडा-लिंक रोड पर चिल्ला बॉर्डर को बंद कर दिया गया है। दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने ट्वीट कर कहा, "नोएडा लिंक रोड पर गौतम बुद्ध द्वार के पास चिल्ला बॉर्डर किसानों के विरोध के कारण यातायात के लिए बंद है। लोगों को सलाह दी जाती है कि नोएडा जाने के लिए नोएडा लिंक रोड का उपयोग करने से बचें और नोएडा के बजाय एनएच-24 और डीएनडी का उपयोग करें।"
कृषि मंत्री ने विशेष कमेटी का जुमला पेश कर किसानों के आंखों में धूल झोंकने का काम किया: कांग्रेस
कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा, "कल जब किसान संगठनों को बातचीत के लिए बुलाया गया तो हम सबको उम्मीद थी कि मोदी सरकार किसानों की पुकार सुनेगी और कृषि विरोधी कानूनों को खत्म करने की घोषणा करेगी। लेकिन कृषि मंत्री ने विशेष कमेटी का जुमला पेश कर किसानों के आंखों में धूल झोंकने का काम किया।"
सुरजेवाला ने आगे कहा, "क्या पीएम और बीजेपी पार्टी की सरकार बताएगी कि 3 कृषि विरोधी कानूनों पर विचार करने के लिए कानून बनाने से पहले ये कमेटी क्यों नहीं बनाई गई। मोदी सरकार ने यह काले कानून चोर दरवाजे से अध्यादेश बनाकर क्यों लेकर आई।"
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा, "जब कांग्रेस और विपक्षी दलों ने देश की संसद में इन कानूनों का विरोध किया था और इन्हें संसद की विशेष समिति में भेजने की मांग रखी थी तो मोदी सरकार ने उस मांग को क्यों नहीं माना। क्या जो काम विशेष कमेटी करेगी वो संसद की विशेष समिति को नहीं करना चाहिए था।"
चिल्ला बॉर्डर: किसान आंदोलन के मद्देनजर बंद दिल्ली-नोएडा बॉर्डर को फिर से खोला गया
दिल्ली में चिल्ला बॉर्डर के पास किसान आंदोलन के मद्देनजर बंद दिल्ली-नोएडा बॉर्डर को फिर से खोल दिया गया है। यहां से वाहनों की आवाजाही शुरू हो गई है।
Police remove barricades at Delhi-Noida border allowing movement of traffic. https://t.co/TragCTPYgV pic.twitter.com/ULNWaAjOht
— ANI (@ANI) December 2, 2020
पटना: RJD और लेफ्ट ने कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन किया
बिहार, पटना: राष्ट्रीय जनता दल और लेफ्ट ने मिलकर किसान बिलों के खिलाफ जारी किसान आंदोलन के समर्थन में प्रदर्शन किया। pic.twitter.com/9qm1wDIyQf
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 2, 2020
बेंगलुरु के वकील सिविल कोर्ट के सामने कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन किया
कर्नाटक: बेंगलुरु के वकील सिविल कोर्ट के सामने कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन करते हुए। pic.twitter.com/50YF2ZWos3
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 2, 2020
किसानों के समर्थन में यूथ कांग्रेस का चंडीगढ़ में हल्ला-बोल, पुलिस ने हिरासत में लिया
चंडीगढ़ में सीएम एमएल खट्टर के आवास पर घेराव कर रहे युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है।
Chandigarh: Police detain Punjab Youth Congress workers who had gheraoed Haryana CM Manohar Lal Khattar's residence, demanding an apology from him for alleged use of force against protesting farmers. https://t.co/Cti64Endr6 pic.twitter.com/yM86J8YZIK
— ANI (@ANI) December 2, 2020
किसानों ने नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे पर जाम लगाकर किया प्रदर्शन
किसानों ने नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे पर जाम लगाकर प्रदर्शन किया है। सैकड़ों किसानों ने महामाया फ्लाईओवर के नीचे धरना दिया और डीएनडी जाने वाले रास्ते को बंद कर दिया। हालांकि, कुछ देर के बाद डीएनडी को खुलवा दिया गया।








किसानों के मुद्दे पर चंडीगढ़ में NSUI का प्रदर्शन
चंडीगढ़ में यूथ कांग्रेस और एनएसयूआई ने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर खट्टर के खिलाफ प्रदर्शन किया है। यूथ कांग्रेस की मांग है कि सीएम को किसानों से माफी मांगनी चाहिए। उनका कहना है कि जिस तरह हरियाणा में किसानों पर बल प्रयोग किया गया है वो गलत है। इस दौरान पुलिस ने यूथ कांग्रेस के लोगों पर वॉटर कैनन का इस्तेमाल किया।
Chandigarh: Police use water cannon on Punjab Youth Congress workers who have gheraoed Haryana CM ML Khattar's residence, demanding an apology from him for alleged use of force against protesting farmers pic.twitter.com/GcM4nJ82Tb
— ANI (@ANI) December 2, 2020
कृषि कानूनों के खिलाफ टिकरी बॉर्डर पर किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी
कृषि कानूनों के खिलाफ टिकरी बॉर्डर पर किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी है। #FarmersProtest pic.twitter.com/RsIthI002j
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 2, 2020
हमने कमेटी बनाने का प्रस्ताव इसलिए ठुकराया, क्योंकि ये आंदोलन ठंडा करने की कोशिश है: किसान नेता बूटा सिंह
किसान नेता बूटा सिंह ने कहा कि सरकार से वार्ता के दौरान हमने कमेटी बनाने का प्रस्ताव ठुकरा दिया, क्योंकि यह आंदोलन को ठंडा करने की कोशिश है।
सिंघु बॉर्डर पर आज किसान संगठनों की होगी बैठक!
खबरों के मुताबिक, सिंघु बॉर्डर पर आज किसान संगठनों की भी बैठक होनी है। सिंघु बार्डर पर डटे किसानों का कहना है कि जब तक सरकार तीनों कानूनों को वापस नहीं लेती तब तक उनका आंदोलन ऐसे ही चलता रहेगा।
किसान आंदोलन के बीच गृह मंत्री शाह के आवास पर अहम बैठक, कृषि मंत्री तोमर, पीयूष गोयल मौजूद
कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर, वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के घर पहुंचे हैं। यहां पर एक अहम बैठक चल रही है। मंगलवार को इन दोनों मंत्रियों ने ही किसानों के साथ चर्चा की थी। आज किसानों को लिखित में अपनी शिकायतें देनी हैं।
Delhi: A meeting is underway at the residence of Union Home Minister Amit Shah; Union Ministers Narendra Singh Tomar and Piyush Goyal present
— ANI (@ANI) December 2, 2020
सरकार जल्द फैसले ले वरना हम दिल्ली के सारे हाईवे को जाम कर देंगे: किसान
कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली-यूपी बॉर्डर पर किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी है। एक प्रदर्शनकारी किसान ने कहा, "हमारी मांग है कि कृषि कानूनों को रद्द किया जाए और एमएसपी पर सरकार बात करे। सरकार जल्द से जल्द इस कानून को रद्द करे नहीं तो हम दिल्ली के सारे हाईवे को जाम कर देंगे।"
कृषि कानूनों के खिलाफ सिंघु बॉर्डर (दिल्ली-हरियाणा) पर किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी
Farmers' protest against Central Government's Farm laws continues at Singhu border (Delhi-Haryana border) pic.twitter.com/NhB3J8GvuY
— ANI (@ANI) December 2, 2020
किसानों को लेकर केंद्रीय मंत्री वीके सिंह के बयान पर कांग्रेस का निशाना
किसानों को लेकर केंद्रीय मंत्री वीके सिंह के बयान पर कांग्रेस ने निशाना साधा है। कांग्रेस ने ट्वीट कर कहा, "जब भाजपाई सल्तनत सड़क पर हक मांग रहे लाखों लोगों को किसान मानने को तैयार नहीं है, तो ये स्पष्ट है कि वो बात करने का ढोंग रच रही है। किसान होने का सर्टिफिकेट भाजपा नहीं देगी, बल्कि खेतों में लहलहाती फसल और किसान के बदन से टपकता पसीना इसका सबूत है। यह अपमानजनक सोच अस्वीकार्य है।"
जब भाजपाई सल्तनत सड़क पर हक मांग रहे लाखों लोगों को किसान मानने को तैयार नहीं है, तो ये स्पष्ट है कि वो बात करने का ढोंग रच रही है।
— Congress (@INCIndia) December 2, 2020
किसान होने का सर्टिफिकेट भाजपा नहीं देगी, बल्कि खेतों में लहलहाती फसल और किसान के बदन से टपकता पसीना इसका सबूत है।
यह अपमानजनक सोच अस्वीकार्य है। pic.twitter.com/A7qjSrSUs9
किसान आंदोलन में एक बूढ़ी महिला को बिलकिस दादी बताकर बुरी फंसी कंगना, मिला लीगल नोटिस
पंजाब के जीरकपुर के वकील ने अभिनेत्री कंगना रनौत को कानूनी नोटिस भेजते हुए किसानों के विरोध प्रदर्शनों में एक बूढ़ी महिला को 'बिलकिस दादी' बताने पर माफी मांगने के लिए कहा।
Punjab: Zirakpur lawyer sends legal notice to actor Kangana Ranaut demanding an apology over her tweet identifying an old woman at the farmers' protests as 'Bilkis Dadi'.
— ANI (@ANI) December 2, 2020
'Bilkis Dadi' was a prominent protester at the Shaheen Bagh anti-CAA demonstrations in Delhi last winter. pic.twitter.com/RJNVPl8Buh
कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली-नोएडा बॉर्डर पर किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी
Farmers protest at Delhi-Noida border near Gautam Budh Dwar on Delhi-Noida Link Road, over Centre's farm laws pic.twitter.com/tLXbyH6tIq
— ANI (@ANI) December 2, 2020
केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर, वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल, गृह मंत्री अमित शाह के घर पहुंचे
केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर, वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के घर पहुंचे हैं। मंगलवार को इन दोनों मंत्रियों ने ही किसानों के साथ चर्चा की थी। आज किसानों को लिखित में अपनी शिकायतें देनी हैं, जिसके बाद कल फिर किसानों और सरकार के बीच चर्चा होगी।
किसान आंदोलन को लेकर हरियाणा के पलवल में महापंचायत
किसानों का आंदोलन तेज हो रहा है। दिल्ली की सीमाओं पर कल तक और भी किसान पहुंचने की तैयीर कर रहे हैं। किसान आंदोलन को लेकर हरियाणा के पलवल में महापंचायत की जा रही है।
किसान आंदोलन को देखते हुए दिल्ली-फरीदाबाद बॉर्डर पर सुरक्षा कड़ी
किसानों के आंदोलन को देखते हुए हरियाणा के फरीदाबाद बॉर्डर पर बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है। यहां पर नाका लगाकर हर किसी की चेकिंग की जा रही है।
आरएलडी नेता जयंत चौधरी भी सिंघु बॉर्डर पर पहुंचे
दिल्ली की सीमाओं पर किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी है। आरएलडी नेता जयंत चौधरी भी सिंघु बॉर्डर पर पहुंच गए हैं। उन्होंने कहा कि वह एक किसान के नाते यहां आए हैं। सरकार को बिना किसी शर्त के किसानों से चर्चा करनी चाहिए।
दिल्ली-गाजीपुर बॉर्डर डटे किसानों के लिए चलाया जा रहा है 'लंगर'
दिल्ली-यूपी बॉर्डर पर किसानों के लिए लंगर लगाया गया है। किसान केंद्र सरकार द्वारा पारित कृषि बिलों के विरोध में प्रदर्शन कर रहे हैं।
'Langar' being served to farmers stationed at Delhi-Ghazipur border (Delhi-UP border)
— ANI (@ANI) December 2, 2020
The farmers are protesting against the three farm laws passed by the Centre. pic.twitter.com/2l6tDAtyqG
दिल्ली: चिल्ला बॉर्डर पर ट्रैफिक कंट्रोल करने के लिए, ट्रैफिक पुलिस तैनात
दिल्ली के चिल्ला गांव के पास वाहनों की आवाजाही को मैनेज करने के लिए ट्रैफिक पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं।
Delhi: Traffic police deployed to manage vehicular movement near the Chilla village https://t.co/RExg11vRbH pic.twitter.com/6a3OsW6Za3
— ANI (@ANI) December 2, 2020
कृषि कानूनों के खिलाफ तेज हुआ किसानों का आंदोलन, मयूर विहार-नोएडा बॉर्डर बंद
कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदलोन तेज हो गया है। आंदोलन को देखते हुए प्रशासन ने दिल्ली में मयूर विहार-नोएडा बॉर्डर बंद कर दिया है।
कृषि कानूनों के खिलाफ सिंघु बॉर्डर पर भी किसान डटे हुए हैं। किसानों का आंदोलन जारी है। कल यानी 3 दिसंबर को एक बार फिर किसानों की केंद्र सरकार से बातचीत होगी।
Delhi: Farmers continue to protest at the Singhu border (Delhi-Haryana). pic.twitter.com/iCd5yXIarL
— ANI (@ANI) December 2, 2020
दिल्ली-यूपी बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे किसानों ने की बैरिकेड्स गिराने की कोशिश
कृषि कानूनों के खिलाफ किसान दिल्ली की सीमाओं पर डटे हुए हैं। दिल्ली-यूपी बॉर्डर पर भी किसान बड़ी संख्या में जमा हैं। दिल्ली-यूपी बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे किसानों ने बैरिकेड्स गिराने की कोशिश की है।
# कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली-यूपी बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे किसानों ने बैरिकेड्स गिराए। #FarmersProtest pic.twitter.com/hIHSmM7BYa
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 2, 2020
Delhi: Protesting farmers try to remove barricading placed at Ghazipur-Ghaziabad (Delhi-UP) border pic.twitter.com/KWJpEfCVXJ
— ANI (@ANI) December 2, 2020
किसान आंदोलन के चलते ये बॉर्डर बंद किए गए
किसान आंदलोन की वजह से टिकरी, झारोदा, झटीकरा बॉर्डर को भी बंद कर दिया गया है। बदुसराय बॉर्डर को सिर्फ टू-व्हीलर गाड़ियों के लिए खोला गया है। इसके अलावा सिंधु बॉर्डर भी बंद है। लामपुर, औचंडी समेत कई छोटे बॉर्डर भी बंद कर दिए गए हैं। दिल्ली से हरियाणा में धनसा, दौराला, कापसहेड़ा, राजोकरी एनएच-8, बिजवासन/बाजघेरा, पालम विहार और दुंदाहेरा बॉर्डर से लोग जा सकते हैं।
Tikri border, Jharoda Border, Jhatikra Border are closed for any traffic movement. Badusarai Border is open only for two-wheeler traffic: Delhi Traffic Police https://t.co/RExg11vRbH
— ANI (@ANI) December 2, 2020
किसान आंदोलन की वजह से नोएडा लिंक रोड पर स्थित चिल्ला बॉर्डर को बंद
किसान आंदोलन की वजह से नोएडा लिंक रोड पर स्थित चिल्ला बॉर्डर को बंद कर दिया गया है। यहां पर गौतम बुद्ध द्वार के पास किसानों का जमावड़ा लगा हुआ है। लोगों से अपील की गई है कि वह नोएडा लिंक रोड की बजाए नोएडा जाने के लिए एनएच-24 और डीएनडी का इस्तेमाल करे।
The Chilla border on Noida-link road is closed for traffic due to farmers protests near Gautam Budh Dwar. People are advised to avoid Noida-link road for going to Noida and use NH-24 and DND instead for Noida: Delhi Traffic Police#FarmerProtest pic.twitter.com/wnAx3S9n7U
— ANI (@ANI) December 2, 2020
कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन जारी, कई सीमाएं सील
कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन आज भी जारी है। किसान दिल्ली की सीमाओं पर डटे हुए हैं। मंगलवार को किसान संगठनों और केंद्र सरकार के बीच बातचीत बेनतीजा रही। ऐसे में किसानों ने बॉर्डर पर अपना आंदोलन जारी रखने का फैसला लिया।