राष्ट्रीय
कृषि क़ानून बजट सत्र से पहले विपक्ष संग रणनीति बनाएँगी: सोनिया गाँधी

नई दिल्ली । सोनिया गांधी संसद सत्र को लेकर विपक्ष के नेताओं से ऑनलाइन बात कर रही हैं। संसद में विपक्ष की संयुक्त रणनीति को चाक-चौबंद करने के लिए अन्य नेताओं के साथ जल्द ही बैठक करेंगी। यह जानकारी सूत्रों के अनुसार मिली है। ज्ञात रहे कि दो खंडों में आयोजित होने वाला बजट सत्र 29 जनवरी से शुरू होगा। इस बार बजट 1 फरवरी को पेश किया जाएगा। सत्र का पहला हिस्सा 15 फरवरी को खत्म होगा जबकि दूसरा हिस्सा आठ मार्च से आठ अप्रैल तक चलेगा। कांग्रेस ने पहले ही घोषणा कर दी है कि किसानों और कृषि कानून के मुद्दे को जोर-शोर से उठाएगी।
पिछले दिनों सोनिया गांधी ने कहा था कि किसानों के साथ सरकार की मौजूदा बातचीत से साफ है कि तीनों कृषि कानूनों को जल्दबाजी में पारित कराया गया। विशेषकर राज्यसभा में अप्रत्याशित तरीके से इसे पारित कराया गया। कांग्रेस शुरू से तीनों कानूनों को इसलिए खारिज कर रही है क्योंकि इससे खाद्य सुरक्षा के तीनों मजबूत आधार न्यूनतम समर्थन मूल्य, सरकारी खरीद और जनवितरण प्रणाली ध्वस्त हो जाएंगे।
कांग्रेस कार्यसमिति ने भी किसान आंदोलन का समर्थन करते हुए प्रस्ताव पारित कर कृषि कानूनों को निरस्त करने की मांग की। इसमें कहा गया कि ठंड, ओले और बारिश में दिल्ली की सीमाओं पर लाखों किसान खुले आसमान के नीचे बैठने को मजबूर हैं और कई किसान अपनी जिंदगी से हाथ धो बैठे हैं लेकिन अहंकार में डूबी सरकार उनका दर्द व पीड़ा समझने तथा उनकी न्याय की गुहार सुनने तक से इन्कार करती है।
उधर, दिल्ली में किसानों के उपद्रव के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कृषि कानूनों को कृषि विरोधी ठहराते हुए एक बार फिर केंद्र सरकार से इन्हें वापस लेने की मांग की। राहुल ने ट्विटर पर अपने विचार के साथ महात्मा गांधी के सूक्ति वाक्य, विनम्र तरीके से आप दुनिया को हिला सकते हैं को भी उद्धृत किया।