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राहुल गांधी ने किसानों की तस्वीर साझा कर साधा मोदी सरकार पर निशाना, बताया खतरनाक

नई दिल्ली: केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली की तरफ कूच करने वाले किसानों को रोकने के लिए भारी तादाद में सुरक्षाबल तैनात है। किसानों को रोकने के लिए पुलिस ने आंसू गैस, वॉटर कैनन और लाठीचार्ज भी किया, जिसको लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्वीट करके केंद्र सरकार पर निशाना साधा है।
राहुल गांधी ने अपने ट्वीटर अकाउंट पर एक फोटो पोस्ट किया है, जिसमें एक प्रदर्शनकारी किसान पर एक जवान लाठीचार्ज करते हुए देखा जा सकता है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि बड़ी ही दुखद फ़ोटो है। हमारा नारा तो 'जय जवान जय किसान' का था, लेकिन आज पीएम मोदी के अहंकार ने जवान को किसान के ख़िलाफ़ खड़ा कर दिया। यह बहुत ख़तरनाक है।'
बड़ी ही दुखद फ़ोटो है। हमारा नारा तो ‘जय जवान जय किसान’ का था लेकिन आज PM मोदी के अहंकार ने जवान को किसान के ख़िलाफ़ खड़ा कर दिया।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) November 28, 2020
यह बहुत ख़तरनाक है। pic.twitter.com/1pArTEECsU
राहुल गांधी के अलावा प्रियंका गांधी ने भी किसानों के विरोध पर पुलिस कार्रवाई की निंदा करते हुए ट्वीट किया। उन्होंने लिखा, 'भाजपा सरकार में देश की व्यवस्था को देखिए। जब भाजपा के खरबपति मित्र दिल्ली आते हैं तो उनके लिए लाल कालीन डाली जाती है। मगर किसानों के लिए दिल्ली आने के रास्ते खोदे जा रहे हैं। दिल्ली किसानों के खिलाफ कानून बनाए वह ठीक, मगर सरकार को अपनी बात सुनाने किसान दिल्ली आए तो वह गलत?'
भाजपा सरकार में देश की व्यवस्था को देखिए
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) November 28, 2020
जब भाजपा के खरबपति मित्र दिल्ली आते हैं तो उनके लिए लाल कालीन डाली जाती है।
मगर किसानों के लिए दिल्ली आने के रास्ते खोदे जा रहे हैं।
दिल्ली किसानों के खिलाफ कानून बनाए वह ठीक, मगर सरकार को अपनी बात सुनाने किसान दिल्ली आए तो वह गलत? pic.twitter.com/rm7CFmaWAL
इससे पहले दिल्ली सरकार ने शुक्रवार को राजधानी में किसानों के लिए दिल्ली पुलिस उस याचिका को खारिज कर दिया, जिसमें शहर के स्टेडियमों को अस्थायी जेल में बदले की अनुमति मांगी थी। जिसके बाद प्रदर्शनकारियों को बुराड़ी के निरंकारी समागम मैदान में इकट्ठा होने को कह दिया गया। कई किसानों ने कहा कि वे या तो रामलीला मैदान में जाना चाहते हैं या जंतर मंतर पर कृषि कानूनों का विरोध करना चाहते हैं।
शनिवार से विरोध प्रदर्शन तेज होने की संभावना है, क्योंकि मध्य प्रदेश, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के किसानों के आंदोलन में शामिल होने की संभावना है।