EVRE दो साल के भीतर देश में लगाएगी 1,000 ईवी चार्जिंग हब, मिलेगी फास्ट चार्जिंग की सुविधा
Drive Spark via Dailyhunt
कंपनी का मानना है कि आने वाले समय में चार्जिंग हब में कई गुना वृद्धि होगी।इन इलेक्ट्रिक वाहन फ्लीट में ई-कॉमर्स, एफएमसीजी, यात्री और वाणिज्यिक उद्देश्य के लिए उपयोग किए जाने वाले ईवी शामिल हैं जो शहर के अंदर सेवा प्रदान करेंगे।
EVRE का लक्ष्य व्यक्तिगत भागीदारों के साथ साझेदारी में इस लक्ष्य को पूरा करना है, जिसमें EVRE प्रौद्योगिकी-सक्षम बना रहेगा, जबकि साझेदार भूमि, चार्जिंग स्टेशन, सिविल और इलेक्ट्रिकल इंफ्रास्ट्रक्चर सहित चार्जिंग हब का प्रबंधन करेंगे।
प्रारंभिक अनुमान के अनुसार, इस मील के पत्थर को हासिल करने के लिए 500 करोड़ रुपये के संचयी समावेशी निवेश की आवश्यकता होगी।
कंपनी पहले से ही 80 वाहनों को एक साथ चार्ज करने वाले 50 से ज्यादा ईवी-चार्जिंग हब का संचालन कर रही है। कंपनी का कहना है कि सभी नए तकनीक-सक्षम चार्जिंग हब को तेज और धीमी रफ्तार में चार्जर के लिए मानकीकृत किया जाएगा।
EVRE दुनिया की एकमात्र ईवी चार्जिंग कंपनी है जो बिना किसी मानवीय हस्तक्षेप, ओटीपी या क्यूआर कोड स्कैनिंग आदि के अपने चार्जिंग स्टेशनों में टच-फ्री सेवाएं दे रही है।
बता दें कि EVRE ने देश भर में इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए चार्जिंग स्टेशनों के निर्माण के लिए स्मार्ट पार्किंग सॉल्यूशन ब्रांड पार्क प्लस (Park+) से हाथ मिलाया है। इस पार्टनरशिप के तहत देश भर में दो साल के भीतर 10,000 चार्जिंग स्टेशन स्थापित करने का लक्ष्य रखा है।
ये स्टेशन शॉपिंग कॉम्प्लेक्स, आवासीय टाउनशिप, मॉल, होटल और कॉर्पोरेट टेक पार्क जैसे ज्यादा डिमांड वाले क्षेत्रों में स्थापित किए जाएंगे।
इस पार्टनरशिप के तहत चार्जिंग स्टेशन के लिए जगह हासिल करने से लेकर कमर्शियल और प्राइवेट इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए स्मार्ट चार्जिंग और पार्किंग हब खोलने में सहयोग जैसी कई चीजें शामिल होंगी।
EVRE के फास्ट चार्जिंग स्टेशनों को कंपनी के इंटेलिजेंट फ्रेमवर्क के साथ समायोजित किया गया है, जो प्रत्येक EV उपयोगकर्ता के लिए एक सहज चार्जिंग अनुभव सुनिश्चित करते हैं। EVRE मोबाइल ऐप के माध्यम से सभी सेवाओं के लिए सिंगल-विंडो एक्सेस प्रदान किया जाता है।
तकनीकी रूप से एडवांस EVRE चार्जिंग हब पूरी तरह से क्लाउड-आधारित तकनीक के साथ काम करते हैं और एक इलेक्ट्रिक वाहन उपयोगकर्ता की सभी आवश्यकताओं के लिए एक ही जगह पर सभी तरह का समाधान प्रदान करते हैं।
देश भर में प्रदूषण मुक्त इलेक्ट्रिक वाहनों के उपयोग को बढ़ावा दिया जा रहा है। इलेक्ट्रिक वाहनों की खरीद-बिक्री के साथ चार्जिंग स्टेशन खोलने के लिए भी विशेष योजनाओं को लाया गया है।
मिनिस्ट्री ऑफ माइक्रो स्मॉल एंड मीडियम एंटरप्राइजेज (MSME) चार्जिंग स्टेशन खोलने के लिए ट्रेनिंग दे रही है। इस ट्रेनिंग में चार्जिंग स्टेशन की पूरी जानकारी के साथ उसे चलाने की नई तकनीक भी सिखाई जाएगी।
इस ट्रेनिंग में आपको चार्जिंग मैकेनिज्म, सोलर पावर्ड चार्जिंग स्टेशन टेक्नोलॉजी, इन्फ्रास्ट्रक्चर, बिजनेस, सोलर पीवी चार्जिंग कनेक्टिविटी लोड्स, इलेक्ट्रिसिटी टैरिफ जैसी कई चीजों के बारे में जानकारी दी जाएगी।
इस ट्रेंनिंग में आपको चार्जिंग स्टेशन को एक सफल बिजनेस बनाने के बारे में बताया जाएगा। इसके बाद आप चार्जिंग स्टेशन खोल कर अच्छी कमाई कर सकते हैं।
आप अगर चार्जिंग स्टेशन खोलना चाहते हैं तो इसके लिए फ्रेंचाइजी ले सकते हैं। इसके लिए आपको फ्रेंचाइजी देने वाली कंपनी के स्टैंडर्ड और नियमों के अनुसार चार्जिंग स्टेशन शुरू करना होगा।
भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों की बढ़ती संख्या को देखते हुए कई कंपनियों ने चार्जिंग स्टेशन के लिए फ्रेंचाइजी देना शुरू कर दिया है। अनुमान के मुताबिक, एक चार्जिंग स्टेशन खोलने के लिए 5 - 7 लाख रुपये तक का खर्च आ सकता है।
देश की सबसे बड़ी पेट्रोलियम आयातक कंपनी इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन (IOC) ने भी इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए चार्जिंग स्टेशन बनाने की घोषणा की है। कंपनी अगले 3 साल में 10,000 इलेक्ट्रिक व्हीकल चार्जिंग स्टेशन (EV Charging Station) लगाएगी।
इनमें से 2,000 चार्जिंग स्टेशन अगले 12 महीनों में स्थापित किए जाएंगे जबकि अगले 2 साल में 8,000 चार्जिंग स्टेशन लगाए जाएंगे।