वे
जड़ी-
बूटियां
जिन्हें
आप
अपनी
इम्यूनिटी
बूस्टिंग
के
लिए
2023
में
भी
फॉलो
कर
सकते
हैं
BF
.7
आपके
सामने
खतरे
की
घंटी
बजा
चुका
है।
स्वस्थ
भोजन
करना,
पर्याप्त
नींद
लेना,
व्यायाम
करना,
अत्यधिक
शराब
के
सेवन
से
बचना,
तनाव
को
प्रबंधित
करने
के
साथ
हेल्दी
लाइफ
स्टाइल
इन
सब
में
शामिल
है।
जड़ी-
बूटियों
की
कई
किस्में
हैं
कि
जो
आपने
स्वास्थ्य
व
आहार
के
लिए
जरूरी
है।
शिलाजीत
एक
पारंपरिक
आयुर्वेदिक
जड़ी
बूटी
है
जो
डिटॉक्सीफिकेशन
और
रिजनरेशन
गुणों
के
लिए
अच्छी
तरह
से
जानी
जाती
है।
यह
एक
आवश्यक
खनिज
है
जो
शरीर
को
एनर्जी
देता
है
और
इम्यूनिटी
पावर
को
मजबूत
करता
है।
ब्राह्मी
ब्रेन
स
के
सेरिबैलम
केमान
हैं।
इस
हर्बल
ट्रीटमेंट
का
न्यूरोट्रांसमीटर
गतिविधि
को
बढ़ाने
और
मस्तिष्क
की
कोशिकाओं
की
रक्षा
करके
मस्तिष्क
के
कार्य
को
उत्तेजित
करने
के
लिए
जाना
जाता
है।
इसे
मस्तिष्क
का
कायाकल्प
करने
वाला
पौधा
मानते
हैं।
पुदीना
आयरन
और
विटामिन
सी
का
एक
रिच
स्रोत
है
और
इसका
उपयोग
मौसमी
एलर्जी
और
अस्थमा
सहित
विभिन्न
श्वसन
समस्याओं
के
इलाज
के
लिए
किया
जाता
है।
यह
अपने
एंटी-
बैक्टीरियल
और
एंटी-
फंगल
गुणों
के
कारण
पेट
की
समस्याओं
का
भी
इलाज
करता
है।
एलोवेरा
से
किशोर
लड़कियों
को
बहुत
फायदा
हो
सकता
है
क्योंकि
यह
मासिक
धर्म
को
ट्रिगर
करता
है
और
मुंहासे
का
इलाज
करता
है।
इसके
अलावा,
एलोवेरा
पाचन
को
बढ़ाता
है
और
प्रतिरक्षा
प्रणाली
में
सुधार
करता
है।
त्रिफला :
सबसे
प्रसिद्ध
और
अक्सर
उपयोग
किए
जाने
वाले
आयुर्वेदिक
उपचारों
में
से
एक
त्रिफला
चूर्ण
है
जो
आंवला,
हरीतकी
और
विभीतकी
से
बना
होता
है।
फलों
के
छिलके
के
सूखे
चूर्ण
को
समान
मात्रा
में
मिलाया
जाता
है।
त्रिफला
में
उच्च
स्तर
की
एंटीऑक्सीडेंट
गतिविधि
होती
है।
आंखों
की
रोशनी
में
सुधार
के
लिए
फायदेमंद
है।
ये
मोटापे
के
प्रबंधन
में
भी
मदद
करता
है।
By
Asma
Fatima
Boldsky
source:
boldsky.com
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