लोकसभा चुनाव 2024 से पहले कैडर से कनेक्ट होने का ये है Mayawati का गेमप्लान
उत्तर प्रदेश की पूर्व सीएम और बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती अपने कैडर में जान फूंकने के लिए फिर से नया अभियान चलाने वाली हैं।
इस बार बीएसपी का यह अभियान गांव स्तर तक चलेगा।
हालांकि इस दौरान बड़े कार्यक्रमों की जगह छोटी- छोटी बैठकों को तरजीह दी जाएगी और दबे- कुचले तबके से सीधा कनेक्ट होने का प्रयास किया जाएगा।
उत्तर प्रदेश में सत्ता गंवाने वाली बहुजन समाज पार्टी ने अपना जनाधार फैलाया था।
बसपा के ये कैडर कैंप मुख्य रूप से गांवों में आयोजित किए जाएंगे। ग्रामी जाएण इलाके के ये दबे- कुचले लोग ही पहले पार्टी के कोर वोट बैंक हुआ करते थे।
इस अभियान के तहत पार्टी बिना किसी प्रचार या ज्यादा हंगामे के गांवों में कैंप लगाएंगे, क्योंकि पार्टी ग्रामीण जनता के साथ फिर से अपने आपको कनेक्ट करना चाहती है।
बसपा ने 2007 में राज्य में अपनी सरकार बनाई थी। बाद में समय के साथ ही धीरे- धीरे वह अपना आधार खोती चली जा रही है।
क्योंकि वह केवल राज्य में सत्ता से बाहर थी, बल्कि पिछले विधानसभा चुनाव में पार्टी सिर्फ एक सीट जीत सकी है।
मायावती पार्टी ने गठबंधन में 2019 का लोकसभा चुनाव लड़ा। वह केवल 10 सीटें ही जीत सकी थी।
बसपा ने सपा से अपना गठबंधन तोड़ लिया और 2022 में उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में सभी 403 सीटों पर अकेले चुनाव लड़ा और अपने इतिहास की सबसे बड़ी हार झेली।
बसपा सिर्फ एक सीट जीत पाई है। यह बसपा का अब तक का सबसे खराब प्रदर्शन है।
मायावती ने अब 2024 के आम चुनाव में अकेले उतरने का ऐलान किया है।
लखनऊ में अपने जन्मदिन ( 15 जनवरी) पर मीडियाकर्मियों से बात करते हुए मायावती ने घोषणा की कि पार्टी आगामी चुनाव अपने दम पर लड़ेगी।
उन्होंने कहा कि वह राज्य में किसी से गठबंधन नहीं करेंगी।
By Vidya Shanker Rai Oneindia source: oneindia.com Dailyhunt