Khelo India youth game's में दिखेगा किसान पुत्र का दम, कैनो स्लेलम
प्रतियोगिता में गोल्ड पर नजर
प्रदेश के युवा खिलाड़ी अब खेलों में बेहतर भविष्य के अवसर देख पा रहे हैं।
अब छोटे-छोटे गाँवों के खिलाडी बड़े खेल आयोजनों में अपनी प्रतिभा निखार कर न सिर्फ जिले का नाम रोशन कर रहे हैं बल्कि प्रदेश और राष्ट्रीय स्तर पर अपनी छाप छोड़ने में कामयाबी हासिल कर पा रहे हैं।
जैसे खरगोन जिले के सुनील डावर एथलेटिक्स में पिछले वर्षों में अपना परचम लहराया है।
किसान परिवार से आने वाले विशाल वर्मा का कहना है कि अब तक महेश्वर में जो नेशनल स्तर की प्रतियोगिता हुई है।उनमें उन्होंने गोल्ड मेडल जीते हैं।
अब नेशनल यूथ गेम्स खेलों इंडिया में भी गोल्ड जीतने में अपना पूरा अनुभव और धाराओं को चीरने वाला बल लगाएंगे।
मप्र खेल अकादमी भोपाल ने कई खेलों में खिलाड़ियों को सुविधाएं और उन्नत व्यवस्थाएं प्रदान की है।
महेश्वर का ट्रैक भारत में अब तक उनके अनुभव के आधार पर एशिया का सबसे बढ़िया ट्रेक है।
वर्ष 2022 में थाईलैंड के पटाया में हुई इंटरनेशनल कैनो स्लेलम में कृत्रिम ट्रेक में प्रतियोगिता हुई थी।
जबकि महेश्वर की सहस्त्रधारा में पानी की गति स्थान और दूरी एकदम प्राकृतिक अहसास कराती है।
विशाल वर्मा खेलो इंडिया गेम्स के तहत महेश्वर में आयोजित 6 और 7 फरवरी को कैनो स्लेलम प्रतियोगिता में अपना हुनर दिखाएंगे।
खिलाड़ी विशाल वर्मा ने आमजन से खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन बढ़ाने की अपील की है।
By Naman Matke Oneindia
source: oneindia.com
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