टूटे हाथ पर चढ़ा था प्लास्टर, एक हाथ से बैटिंग कर साथी का शतक पूरा कराया, फिर झटके 7 विकेट
टीम का तूफानी तेज गेंदबाज फील्डिंग करते समय घायल हो गया। टूटे हाथ पर प्लास्टर चढ़ाना पड़ा। लेकिन टीम के लिए उसकी प्रतिबद्धता लाजवाब थी।
आखिरी बल्लेबाज के रूप में उसने एक हाथ सै बैटिंग कर अपने साथी खिलाड़ी का शतक पूरा कराया।
क्रिकेटर साहस वेस्टइंडीज के खौफनाक तेज गेंदबाज मैलकम मार्शल ने दो टेस्ट मैच जीत चुका था। लीड्स में तीसरा टेस्ट था।
तीसरे दिन वेस्टइंडीज की बैटिंग शुरू हुई। लौरी गोम्स 79 और माइकल होल्डिंग ने 28 रन से पारी आगे बढ़ायी।
दोनों के बीच 8वें विकेट के लिए 82 रनों की साझेदारी हुई। होल्डिंग ने धुआंधार पारी खेली। 54 गेंदों पर 59 रन बनाये जिसमें 3 चौके और 5 छक्के शामिल थे।
मार्शल बैटिंग की थी। गोम्स ने दो चौके मार कर अपना स्कोर 104 पर पहुंचाया। इंग्लैंड के कप्तान डेविड गोवर को ये बात रास नहीं आयी।
उन्होंने मार्शल के खिलाफ अपने सबसे तेज गेंदबाज डेरिक प्रिंगल को मोर्च पर लगाया।
मैलकम मार्शल शरीर और इरादों से कितने मजबूत थे, अब जरा इसका नमूना देख लीजिए।
इंग्लैंड के खिलाड़ी मन ही मन खुश थे कि मार्शल ने किसी तरह बैटिंग तो कर ली लेकिन हाथ टूटने के बाद वे बॉलिंग नहीं कर सकते।
दो टेस्ट मैच हार चुका इंग्लैंड राहत की सांस लेने लगा।
इंग्लैंड के बल्लेबाजों ने मार्शल की गेंदबाजी का विरोध कर दिया।
उन्होंने अंपायर से शिकायत की कि मार्शल के दूसरे हाथ में लगे उजले प्लास्टर से उनका ध्यान भंग हो रहा है। इसलिए उन्हें गेंदबाजी से रोका जाए।
अब वेस्टइंजीड को जीत के लिए 128 रन चाहिए थे जो उसने दो विकेट खो कर बना लिये।