पृथ्वी के आंतरिक कोर में एक नई परत की खोज, किस चीज से बनी है ? जानिए
वैज्ञानिकों ने रहस्यों से भरी पृथ्वी के आंतरिक हिस्से में एक बहुत बड़ी खोज की है।
अभी तक यह मानकर चला जा रहा था कि पृथ्वी का आंतरिक भू- भाग चार हिस्सों में विभाजित है।
लेकिन, करीब एक दशक के भूकंप से जुड़े आंकड़ों के विश्लेषण से पता चला है कि धरती की आंतरकि कोर ही खुद में दो भागों में बंटी हुई है।
शोधकर्ताओं की एक टीम ने पृथ्वी के आंतरिक कोर के अंदर एक नई परत की खोज की है। ऑस्ट्रेलियन नेशनल यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं को यह सफलता मिली है।
यहां के भूकंपविज्ञानियों ने भूकंप की वजह से पैदा होने वाले भूकंपीय तरंगों से प्राप्त डेटा जुटाकर इस खोज को अंजाम दिया है।
लोहे और निकल से बना है ठोस गोला शोधकर्ताओं का कहा है कि इसके आंतरिक कोर में विशिष्ट संरचना की पुष्टि हुई है।
यह बहुत ही गर्म आंतरिक भाग में लोहे और निकल का ठोस गोला है, जो कि करीब 1,350 किलोमीटर चौड़ा है। यह ठोस गोला पृथ्वी के आंतरिक कोर के केंद्र में है।
वैज्ञानिकों ने भूकंपीय तरंगों को देखा हैं। यह तब होता है, जब धरती के किसी भी भू- भाग में भूकंप आते हैं।
यह तरंगें फिर वापस भूकंप के केंद्र तक लौटकर आती हैं।
फैम ने कहा है कि ' यह निष्कर्ष उत्साहजनक है, क्योंकि यह धरती के आंतरिक कोर की पड़ताल के लिए नया रास्ता देता है।
मेटैलिक आंतरिक कोर पृथ्वी का व्यास करीब 12,750 किलोमीटर है।
इस ग्रह की आंतरिक संरचना चार परतों में है- बाहर की तरफ एक चट्टानी पपड़ी वाला भाग, इसके बाद एक चट्टानी मेंटल, मैग्मा से बनी बाहरी कोर और एक ठोस आंतरिक कोर।
पृथ्वी की आंतरिक कोर बढ़ता है, जमने की प्रक्रिया के माध्यम से छोड़ी गई अंतर्निहित गर्मी और प्रकाश तत्व तरल बाहरी कोर के संवहन को संचालित करते हैं।
इसी कारणृथ्वी का चुंबकीय क्षेत्र बनता है।
वैज्ञानिकों का कहना है कि पृथ्वी की गति के डिजिटल रिकॉर्ड का विश्लेषण किया है ने, जिसे सीस्मोग्राम कहते हैं।
उनका यह भी कहना है कि यह शोध इसलिए संभव हो पाया है, क्योंकि दुनियाभर में भूकंप संबंधीटवर्क का विस्तार हो चुका है।
By Anjan Kumar Chaudhary Oneindia source: oneindia.com Dailyhunt