Mutual Fund : पैसा निकालने का कब होता है सही समय, जानिए इस सवाल का सही जवाब
बैंक एफडी और म्यूचुअल फंड हाउसों की स्कीमों में एसआईपी के जरिए निवेश करने का ऑप्शन चुनते हैं।
अपने लिए सही निवेश स्कीम चुनना यह तय करने के लिए पहला कदम है कि आखिर में आपको अच्छा रिटर्न मिलेगा या नहीं।
हालांकि, यह जानना भी जरूरी है कि म्यूचुअल फंड से कब बाहर निकलना चाहिए।
तेजी से सही फैसला लेना बहुत जरूरी है।
ध्या लेन रहे कि हर निवेशक के लिए अपने निवेश पर नज़र रखना और म्यूचुअल फंड से बाहर निकलने का समय आने पर सही फैसलाना चाहिए।
पोर्टफोलियो को जरूरत के समय रीबैलेंस करें आपको यह भी पता होना चाहिए कि कब आपको अपने पोर्टफोलियो को रीबैलेंस करना है।
रीबैलेंस करने के दौरान आपको कुछ फंड्स से बाहर निकलना होगा। यानी रीबैलेंस का समय एक और मौका है, जब आपको किसी म्यूचुअल फंड स्कीम से बाहर निकलना होगा।
पर्सनल फाइनेंशियल टार्गेट को सेट करने के कई फायदे हैं।
जैसे ही आपका टार्गेट पूरा हो जाए आपको चाहिए कि आप उस स्कीम में रुक कर और जोखिम लें, बल्कि फौरन अपना पैसा निकाल लें।
किसी भी म्यूचुअल फंड स्कीम के एक या उससे अधिक मैनेजर तय होते हैं।
यदि आपने जिस स्कीम में पैसा लगाया हुआ है उसके मैनेजर बदलते हैं तो आप स्कीम से बाहर निकलने के बारे में सोच सकते हैं।
परंतु ऐसा केवल तब करें जब आप फंड मैनेजर के फैसले से सहमत हों। यदि आपको मार्केट की जानकारी बहुत कम है तो फिर मैनेजर पर भरोसा करना सही हो सकता है।
By Kashid Hussain Goodreturns source: goodreturns.in Dailyhunt