Sonia Gandhi : कभी राजनीति से नफरत थी लेकिन अब इसके बिना नहीं रह सकतीं
सोनिया गांधी ने स्पष्ट कर दिया है कि वे राजनीति से संन्यास नहीं ले रहीं।
कांग्रेस अधिवेशन में उनके भाषण के बाद जो अटकलें शुरू हुईं थी, अब वे खत्म हो गयी हैं। उन्होंने यह भी कहा है कि वे कभी राजनीति से रिटायर नहीं होंगी।
यानी वे जीवनपर्यंत राजनीति करेंगी। ये वहीं सोनियां गांधी हैं जो कभी राजनीति के नाम से नफरत करती थीं।
सोनिया गांधी कांग्रस की अध्यक्ष रहीं हैं। पंड थीित नेहरू और इंदिरा गांधी भी इतनी लंबी अवधि तक पार्टी अध्यक्ष नहीं रहे।
सोनिया 1998 में पहली बार पार्टी की अध्यक्ष बनी। 2017 में उन्होंने अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया था। यानी वे लगातार 19 साल तक कांग्रस अध्यक्ष रहीं।
उनके बाद राहुल गांधी को यह जिम्मेदारी मिली।
भारतीय विदेश सेवा के अधिकारी कुंवर नटवर सिंह को गांधी परिवार का बेहद करीबी माना जाता था। वे इंदिरा गांधी, राजीव गांधी और सोनिया गांधी के बहुत नजदीक रहे।
हालांकि बाद में वे सोनिया गांधी के कट्टर आलोचक बन गये थे।
उन्होंने अपनी किताब- वन लाइफ इज नॉट एनफ में सोनिया गांधी के व्यक्तित्व की अपने तरीके से विवेचना की है।
सोनिया गांधी 2004 में प्रधानमंत्री बन सकती थीं। वे सर्वसम्मति से कांग्रेस संसदीय दल की नेता चुनी गयीं थीं। कांग्रेस के सहयोगी दल भी इसके लिए राजी थे।
लेकिन राहुल गांधी ने इसका विरोध कर दिया। उन्हें लगता था कि यदि उनकी मां प्रधानमंत्री बनीं तो पिता और दादी की तरह उनकी भी जान जा सकती है।
By Ashok Kumar Sharma Oneindia source: oneindia.com Dailyhunt