वाइल्ड
लाइफ
इंस्टीट्यूट
ऑफ
इंडिया
के
विशेषज्ञों
का
दल
बारनवापारा
में
रहकर
जानेगा
कि
यह
स्थान
बाघों
के
लिए
उपयुक्त
है
कि
नहीं,
फिर
अपनी
रिपोर्ट
केंद्रीय
वन
मंत्रालय
को
भेजकर
महाराष्ट्र
और
मध्यप्रदेश
के
जंगलों
से
बाघों
को
यहां
लाकर
बसाने
की
स्वीकृति
मांगी
जाएगी।