Kadaknath की देश से लेकर विदेश तक डिमांड, सेहत के लिए कितना है फायदेमंद, जानिए?
झाबुआ मध्यप्रदेश का आदिवासी बाहुल्य जिला है। इस जिले की पहचान यहां पर पाई जाने वाली मुर्गी की प्रजाति कड़कनाथ के कारण पूरे देश में है।
कड़कनाथ की उत्पति कठ्ठिवाड़ा, आराजपुर के कारण में है।
कड़कनाथ की तीन प्रजातियाँ पाई जाती है। जिसमें से जेट ब्लैक प्रजाति सबसे अधिक मात्रा में एवं गोल्डन प्रजाति सबसे कम मात्रा में पाई जाती है।
यह प्रजाति अपने काले मांस जो उच्च गुणवत्ता, स्वादिष्ट एवं औषधीय गुणवाला होने के कारण जानी जाती है।
लेकिन धीरे धीरे इसकी संख्या में कमी एवं अनुवांशिक विकृति के कारण इसका अस्तित्व खतरे में है।
शासकीय कड़कनाथ कुक्कुट पालन प्रक्षेत्र झाबुआ में चार माह में कुल 60,000 चूजा उत्पादन हुआ।
चूजों का वितरण केन्द्रीय क्षेत्रीय वन बंधू कल्याण योजना अंतर्गत बडवानी जिले के 1457 हितग्राहियों को 17,494 कड़कनाथ चूजे वितरित किए।
इंदौर- अहमदाबाद हाइवे में खोला कड़कनाथ पार्लर मध्यप्रदेश जैव विविधता बोर्ड द्वारा प्रायोजित कड़कनाथ संरक्षण एवं जागरूकता कार्यक्रम के तहत 01 फरवरी 2023 को आयोजित की गई।
जिसमें 500 किसानों ने भाग लिया, प्रतियोगिता में 10 कड़कनाथ पालकों ने हिस्सा लिया।
By Naman Matke Oneindia source: oneindia.com Dailyhunt