Mutual Fund : एसआईपी रोकने का कब होता है सही वक्त, जरूर जानिए
Mutual Fund SIP : किसी भी म्यूचुअल फंड स्कीम में एसआईपी यह सुनिश्चित करने के लिए एक अच्छा ऑप्शन है कि आप लंबी अवधि में थोड़ा-थोड़ा पैसा जमा करके मोटा फंड तैयार कर सकते हैं।
एसआईपी निवेश आपके निवेश की कुल लागत को भी कम करने में मदद करता है।
निवेश को कुछ समय के लिए रोक देना सभी एसआईपी में उपलब्ध एक ऑप्शन है।
जब शेयर बाजार अस्थिर और चुनौतियों भरा लगता है, तो कई निवेशक अकसर एसआईपी निवेश पॉज़ फ़ंक्शन (एसआईपी रोकना) का उपयोग करते हैं।
जब बाजार पलटता है और ऊपर की ओर चढ़ता है तो उस दौरान निवेश करना जारी रखना निवेशकों को फायदा दिलाता है।
एसआईपी रोकने के ऑप्शन का इस्तेमाल केवल तब करना चाहिए जब आपके पास पैसों की अस्थायी कमी हो जाए या आपकी नौकरी चली जाए।
उस समय पर कुछ महीनों के लिए अपनी एसआईपी को रोकना आपको दो फायदे कराएगा।
जब आपके पास फिर से जरूरत भर से अतिरिक्त पैसा आ जाए तो आप फिर से एसआईपी निवेश शुरू कर सकते हैं।
एसआईपी निवेश पर पूरी तरह ब्रेक लगाने के कई नुकसान हैं।यदि आप अपने एसआईपी निवेश को खत्म करने पर विचार कर रहे हैं, तो ये ठीक नहीं है।
दरअसल आप फिर से निवेश शुरू नहीं करते हैं, तो आप अपने लिए तय वित्तीय लक्ष्य तक नहीं पहुंच पाएंगे।
एक बार अगर आपने एसआईपी रोक दी, तो आपको शुरू से शुरू करना होगा।
एसआईपी निवेश का फायदा
एसआईपी में बहुत अधिक फ्लेक्सिबिलिटी होती है, जो इसके बड़े बेनेफिट में से एक
है।
एसआईपी में आप किसी भी समय अपने एलॉट किए गए निवेश में बदलाव कर सकते हैं।
उदाहरण के लिए, यदि आपके पास इक्विटी फंड में निवेश है, लेकिन अस्थिरता के
कारण आप डेट फंड में स्विच करना चाहते हैं, तो आप ऐसा कर सकते हैं।
By Kashid Hussain Goodreturns
source: goodreturns.in
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