Oscar
Awards :
अब
तक
इतनी
बार
भारत
आ
चुकी
है
ऑस्कर
की
ट्रॉफी, '
आरआरआर'
से
लगी
उम्मीदें
दुनिया
भर
के
सभी
फिल्म
इंडस्ट्री
से
जुड़े
लोग
अप
वेंनी
फिल्म
को
ऑस्कर
अवार्ड
जीतते
हुए
देखने
का
सपना
देखते
हैं।
95
अकादमी
अवार्ड
के
लिए
इस
बार
तेलुगु
फिल्म '
आरआरआर'
के
गाने '
नाटू-
नाटू'
को
बेस्ट
ओरिजिनल
सॉन्ग
की
कैटेगरी
में
नॉमिनेट
किया
गया
है।
भानु
अथैया :
1983
में
भानु
अथैया
ने
पहली
बार
ऑस्कर
अवार्ड
जीतकर
देश
का
सीना
गर्व
से
चौड़ा
कर
दिया
था।
उन्होंने
फिल्म '
गांधी'
के
लिए
सर्वश्रेष्ठ
कॉस्ट्यूम
डिजाइनर
की
कैटेगरी
में
यह
अवार्ड
जीता
था।
इस
फिल्म
ने
सर्वश्रेष्ठ
फिल्म
और
सर्वश्रेष्ठ
एक्टर
समेत
कुल
5
ऑस्कर
अवार्ड
जीते
थे।
सत्यजीत
रॉय :
दिग्गज
फिल्ममेकर
सत्यजीत
रॉय
को
ऑनरेरी
लाइफटाइम
अचिवमेंट
के
ऑस्कर
अवार्ड
से
सम्मानित
किया
गया
था।
बीमार
होने
की
वजह
से
वह
ऑस्कर
समारोह
में
शामिल
नहीं
हो
सके
थे,
इसलिए
उनके
लिए
ऑस्कर
की
गोल्डन
लेडी
ट्रॉफी
को
कोलकाता
भिजवाया
गया
था।
उन्हें
यह
अवार्ड
फिल्म
जगत
में
उनके
अमूल्य
योगदान
की
वजह
से
दिया
गया
था।
रेसुल
पूकुट्टी :
ब्रिटिश
फिल्म '
स्लमडॉग
मिलेनियर'
के
लिए
रेसुल
पूकुट्टी
ने
ऑस्कर
अवार्ड
जीता
था।
उन्हें
बेस्ट
साउंड
मिक्सिंग
कैटेगरी
में
यह
अवार्ड
दिया
गया
था।
यह
फिल्म
अकादमी
पुरस्कारों
की
कुल
10
कैटेगरी
में
नॉमिनेट
हुई
थी
जिसमें
से
8
कैटेगरी
में
इसे
अवार्ड
मिले
थे।
ए. आर.
रहमान :
दिग्गज
म्यूजिक
कंपोजर
ए. आर.
रहमान
ने
एक
नहीं
बल्कि
दो-
दो
कैटेगरी
में
ऑस्कर
अवार्ड
को
अपने
नाम
किया
था।
उन्हें
फिल्म '
स्लमडॉग
मिलेनियर'
के
लिए
बेस्ट
ओरिजिनल
स्कोर
और
बेस्ट
ओरिजिनल
सॉन्ग
कैटेगरी
में
यह
अवार्ड
दिया
गया
था।
गुलजार :
गुलजार
का
नाम
देश
के
नामी
लेखक,
स्क्रीन
राइटर,
फिल्म
डायरेक्टर
और
लिरिसिस्ट
में
गिना
जाता
है।
गुलजार
को
फिल्म '
स्लमडॉग
मिलेनियर'
के '
जय
हो'
गाने
के
लिरिक्स
के
लिए
बेस्ट
ओरिजिनल
सॉन्ग
कैटेगरी
में
यह
अवार्ड
दिया
गया
था।
By
Moumita
Bhattacharya
Filmibeat
source:
filmibeat.com
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