'निराश थी, 1 बच्चे के साथ ही', शार्क टैंक की नमिता थापर ने प्रेग्नेंसी के लिए सहा सबकुछ, बांझपन पर छलका दर्द
Shark Tank Judge Namita Thapar: ' शार्क टैंक इंडिया 2' के नए एपिसोड इन दिनों खूब सुर्खियां बटोर रहा है।
दिलचस्प पिचों से लेकर जजों द्वारा उनके जिंदगी के बारे में उनके कुछ छिपे हुए रहस्यों का खुलासा करने तक, शो में काफी कुछ नया देखने को मिल रहा है।
नमिता थापर का दर्द ' शार्क टैंक इंडिया 2' के एक हालिया के एपिसोड में विक्रम राजपूत, सोहन साहू और चंदन प्रसाद बांझपन से जुड़ा एक प्रोडक्ट लेकर आते हैं।
उनकी कहानी शेयर की कि कैसे दूसरी बार उन्हें प्रेंग्नेंट होने में परेशानियों का सामना करना पड़ा।
नमिता थापर ने बताया कि उसने दो बार आईवीएफ प्रक्रिया से गुजरने का फैसला किया, जिसमें उसे 25 इंजेक्शन लगाने पड़े, जिससे उसे कष्टदायी शारीरिक और मानसिक पीड़ा हुई।
ये सब 4 सालों तक चला।
नमिता थापर ने स्वीकार किया कि वह पूरी तरह से बच्चे के लिए कोशिश करना बंद कर चुकी थीं और सिर्फ एक के साथ खुश रहने का फैसला किया था।
हालांकि इसे लेकर वह काफी दुखी थीं। नमिता कुछ महीनों के बाद स्वाभाविक रूप से गर्भ धारण करने में सक्षम थी, लेकिन आघात से उबरने में उन्हें काफी वक्त लगा।
नमिता थापर का मानना है कि ये बांझपन पर बात करना एक टैबू बन गया है।
नमिता थापर ने कहा, '' सिर्फ छह महीने पहले, मुझे अपने YouTube चैनल पर बांझपन के विषयों पर चर्चा करनी थी और मैं पूरी रात सो नहीं पाई कि मैं अपना व्यक्तिगत अनुभव साझा कर पाऊंगी या नहीं, यही सोच रही थी।''
By Pallavi Kumari Oneindia source: oneindia.com Dailyhunt