कौन
हैं
अनिल
शर्मा ?
जिनका
मालवाहक
जहाज
50,000
मीट्रिक
टन
गेहूं
लेकर
पहुंचा
पाकिस्तान
भूख
से
तड़पते
पाकिस्तानियों
को
दोनों
वक्त
की
रोटी
मिल
सके,
इसके
लिए
आखिर
एक
भारतीय
मूल
का
शख्स
ही
आगे
आया
है।
इनका
नाम
है,
मालवाहक
जहाजों
के
कारोबार
में
दुनियाभर
में
एक
मशहूर
नाम
अनिल
शर्मा।
यह
मूलरूप
से
गुजरात
के
भावनगर
के
रहने
वाले
हैं,
लेकिन
आजकल
दुबई
में
रह
रहे
हैं।
एमवी
लीला
चेन्नई
50,000
मीट्रिक
टन
गेहूं
लेकर
पहुंचा
पाकिस्तान
पाकिस्तान
दिवालिया
हो
रहा
है
और
वहां
के
लोग
भूखों
तड़प
रहे
हैं।
संबंध
सामान्य
होते
तो
भारत
बिना
एक
मिनट
देर
किए
वहां
राहत
सामग्री
भेज
सकता
था।
अनाज
के
मामले
में
मुद्रास्फीति
40%
हो
चुकी
है
और
देश
में
अनाज
संकट
की
वजह
से
वहां
हाहाकार
मचा
हुआ
है।
ग्लोबल
मार्केटिंग
सिस्टम
एमवी
लीला
चेन्नई
गेहूं
की
खेप
लेकर
पाकिस्तान
के
पहुंचा
है।
इसकी
स्थापना
भारतीय
मूल
अनिल
शर्मा
ने
की
है।
इसे
दुनिया
में
जहाजों
का
सबसे
बड़ा
खरीदार
और
ऑफ्शोर
ऐसेट्स
को
रीसाइकिल
करने
वाली
कंपनी
माना
जाता
है।
अनिल
शर्मा
ग्लोबल
मार्केटिंग
सिस्टम
के
संस्थापक
और
सीईओ
हैं।
भारतीय
मूल
के
शर्मा
बाद
में
अमेरिका
चले
गए,
जहां
उन्होंने
बिजनेस
एडमिनिस्ट्रेशन
में
मास्टर्स
और
डॉक्टरेट
दोनों
किया
है।
1992
में
उन्होंने
ग्लोबल
मार्केटिंग
सिस्टम
की
स्थापना
की
और
दुनिया
में
शिप
रीसाइकलिंग
के
अगुवा
बन
गए।
गुजरात
के
भावनगर
से
है
कनेक्शन
अनिल
शर्मा
मूल
रूप
से
गुजरात
के
रहने
वाले
हैं।
वे
दिल्ली
डायनमो
के
इंडियन
सुपर
लीग
टीम
के
बाद
इसका
नाम
ओडिशा
एफसी
कर
दिया
गया)
के
भी
मालिक
हैं।
अपने
बेटे
रोहन
की
वजह
से
वे
क्रिकेट
के
बजाय
फुटबॉल
में
निवेश
करना
पसंद
करते
रहे
हैं।
एमवी
लीला
चेन्नई
लाइबेरिया
का
झंडा
लगाकर
रूस
के
नोवोरोस्सिय्स्क
बंदरगाह
से
10 फरवरी
को
निकला
और
1 मार्च
को
पाकिस्तान
का
ग्वादर
बंदरगाह
पहुंचा।
रूस
से
गेहूं
का
ये
खेप
9
जहाजों
में
पूरे
मार्च
तक
यूं
ही
ग्वादर
बंदरगाह
पहुंचता
है।
By
Anjan
Kumar
Chaudhary
Oneindia
source:
oneindia.com
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